अगर SMS पर गन्ना पर्ची चाहिए तो किसान अपना मोबाइल चालू रखें यूपी गन्ना विभाग ने कहा नहीं तो 24 घंटे बाद रद्द कर दी जाएगी गन्ना पर्ची

अगर SMS पर गन्ना पर्ची चाहिए तो किसान अपना मोबाइल चालू रखें यूपी गन्ना विभाग ने कहा नहीं तो 24 घंटे बाद रद्द कर दी जाएगी गन्ना पर्ची

एसएमएस गन्ना पर्ची यूपी गन्ना विभाग ने किसानों से अपील की है कि वे एसएमएस गन्ना पर्ची प्राप्त करने के लिए अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर की जांच करें। यदि नंबर गलत है तो अपने गन्ना पर्यवेक्षक या समिति सचिव से संपर्क कर अपडेट करा लें।

उत्तर प्रदेश चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग ने किसानों को अपना मोबाइल नंबर अपडेट रखने की सलाह दी है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि एसएमएस गन्ना पर्चियां केवल किसानों के पंजीकृत मोबाइल फोन पर ही भेजी जा रही हैं। अगर मोबाइल नंबर गलत है या नंबर बदल गया है तो एसएमएस स्लिप नहीं मिलेगी. यदि किसान अपना मोबाइल बंद रखते हैं और नेटवर्क क्षेत्र में नहीं हैं तो गन्ना पर्ची का एसएमएस 24 घंटे के बाद स्वचालित रूप से रद्द हो जाएगा।

गन्ना पेराई सत्र 2023-24 में किसानों को गन्ने की पर्चियां उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर ही एसएमएस पर्चियों के रूप में भेजी जाएंगी। पहले की तरह अब मैनुअल पर्चियां नहीं दी जाएंगी। गन्ना आयुक्त संजय आर भूसरेड्डी ने इस संबंध में आदेश जारी करते हुए कहा है कि गन्ना किसानों के सही मोबाइल नंबर ईआरपी (एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग) पर दर्ज कराए जाएं। उन्होंने किसानों से अपील की है कि वे अपना मोबाइल नंबर अभी ईआरपी पर जांच लें यदि नंबर गलत हैं तो गन्ना पर्यवेक्षक से या ई-गन्ना एप के माध्यम से मोबाइल नंबर अपडेट कराएं।

गन्ना किसानों को मोबाइल एसएमएस पर्चियां देने की शुरुआत

पिछले साल हुई थी लेकिन उस समय मैनुअल पर्चियां भी जारी की जाती थीं। इस पेराई सत्र में शत-प्रतिशत गन्ने की पर्चियां एसएमएस के माध्यम से प्राप्त होंगी। गन्ना क्रय केन्द्रों पर प्रतिदिन तौल की पावती शीट भी चस्पा की जायेगी जिससे किसानों को अपनी पर्चियों की जानकारी मिल सकेगी। जिला गन्ना अधिकारी ब्रजेश कुमार पटेल ने बताया कि यदि SMS इनबॉक्स भरा हुआ है या मोबाइल बंद है या डीएनडी सक्रिय है तो 24 घंटे के बाद SMS पर्ची का संदेश स्वत निरस्त हो जाता है

जिससे किसानों को उनकी जानकारी नहीं मिल पाती है। SMS पर्ची संभव नहीं होगा. इसलिए सभी किसानों को समय पर SMS पर्ची प्राप्त करने के लिए अपने मोबाइल का इनबॉक्स खाली रखना चाहिए। गन्ना अधिकारी ने कहा कि वे DND एक्टिवेट न करें उन्होंने बताया कि मोबाइल पर एसएमएस के जरिए तुरंत पर्ची मिल जाएगी और मिल को ताजा गन्ना आपूर्ति कर दी जाएगी। इससे किसान गन्ने की सूखे से होने वाली हानि से बच सकेंगे। साथ ही कोविड 19 के प्रसार को भी प्रभावी ढंग से रोका जा सकेगा

किसान भाइयों अपने मोबाइल को नेटवर्क एरिया में रखें ताकि SMS प्राप्त करने में सुविधा हो।

  • किसानों को अपने मोबाइल का SMS इनबॉक्स खाली रखना चाहिए क्योंकि देखा गया है कि इनबॉक्स भरा होने पर भी किसानों को एसएमएस नहीं मिल पाता है।
  • किसानों को अपना मोबाइल सदैव चार्ज एवं ऑन रखना चाहिए।
  • यदि किसान ने DND सेवा चालू कर रखी है तो उसे बंद कर देना चाहिए ताकि सर्वर द्वारा भेजा गया SMS गन्ना पर्ची उसे सही समय पर अपने मोबाइल पर मिल सके।

व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश अधिकारियों को दिये गये

गन्ना एवं चीनी आयुक्त ने अधिकारियों और जिला गन्ना अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है कि किसानों को गन्ना पर्चियां बिना किसी बाधा के प्राप्त हों। उन्होंने अधिकारियों को इसका व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है इसके तहत अभियान चलाकर सभी गन्ना किसानों को सही मोबाइल नंबर अपडेट कराना सुनिश्चित करने को कहा गया है ताकि किसानों को गन्ना आपूर्ति में कोई दिक्कत न हो आपको बता दें कि पर्ची जारी करने की यह व्यवस्था पूरी तरह से पारदर्शी है इस प्रणाली के माध्यम से किसान अपने मोबाइल नंबर पर एसएमएम पर्ची प्राप्त कर सकते हैं ताकि वे मिल में ताजा गन्ना ला सकें जिससे गन्ना सूखने के कारण होने वाले नुकसान से बचा जा सके।

गन्ना पर्ची कैलेंडर के बारे में अधिक जानकारी के लिए कहां संपर्क करें

यदि आप गन्ना पर्ची कैलेंडर से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इसके हेल्पलाइन नंबर 1800-121-3203 पर संपर्क कर सकते हैं।

गन्ना पर्ची कैलेंडर से संबंधित महत्वपूर्ण लिंक

गन्ना पर्ची के लिए आधिकारिक वेबसाइट लिंक- https://caneup.in

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