Baby Corn Cultivation – मक्के की खेती से किसान कमा सकते हैं लाखों, जानिए इस खेती से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी

Baby Corn Cultivation – मक्के की खेती से किसान कमा सकते हैं लाखों !

किसानों के लिए साल में दो से तीन लाख रुपये कमाने के लिए बेबी कॉर्न की खेती सबसे अच्छा विकल्प है. इसकी खेती के लिए किसानों को इसकी उन्नत किस्मों और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों की जानकारी होनी चाहिए.

केंद्र सरकार के साथ ही राज्य सरकार भी इसकी खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित करती रहती है. ताकि वे अपनी आय बढ़ा सकें.

आज के समय में मक्के की मांग सबसे अधिक है. ऐसे में अगर किसान बेबी कॉर्न विधि से मक्के की खेती करें तो उन्हें कम समय में ज्यादा मुनाफा मिल सकता है. केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार भी किसानों को इस तरह मक्के की खेती के लिए प्रोत्साहित कर रही है.

दरअसल, किसान एक साल में तीन से चार बार मोटी कमाई कर सकते हैं. बेबी कॉर्न एक स्वादिष्ट एवं पौष्टिक भोजन है, जिस पर कीटनाशकों का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। इसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन और विटामिन आदि भी शामिल हैं।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बेबी कॉर्न का सबसे ज्यादा इस्तेमाल सलाद, सूप, सब्जियां, अचार, पकौड़े, कोफ्ते, टिक्की, बर्फी के लड्डू, हलवा और खीर में किया जाता है. ऐसे में आइए जानते हैं कि बेबी कॉर्न की खेती से किसानों को कैसे फायदा मिलेगा

Also Read – Cane up.in 2023-24: गन्ना पर्ची कैलेंडर चेक करने का आसान तरीका फटाफट यहां से जानिए

बेबी कॉर्न की खेती से कमाई

यदि किसान अपने खेतों में बेबी कॉर्न की खेती सही ढंग से करें तो उन्हें प्रति हेक्टेयर 40 से 50 हजार रुपये की शुद्ध आमदनी हो सकती है.

हालाँकि इसकी फसल एक साल में तीन से चार बार आसानी से ली जा सकती है. ऐसे में किसान एक साल में बेबी कॉर्न से 2 लाख रुपये से ज्यादा की कमाई आसानी से कर सकते हैं.

बेबी कॉर्न की खेती/ Baby Corn Cultivation

  • यदि किसान दोमट मिट्टी में बेबी कॉर्न की खेती करते हैं तो उन्हें कम समय में अच्छा मुनाफा मिल सकता है. इसकी प्रथम जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से करें.
  • फिर किसान को बाकी की दो-तीन जुताईयां कल्टीवेटर में चलाकर करनी चाहिए.
  • किसान को खेत में बेबी कॉर्न बोते समय इस बात का ध्यान रखना होगा कि मिट्टी में पर्याप्त नमी होनी चाहिए.
  • बेबी कॉर्न की फसल को दो से तीन बार सिंचाई की जरूरत होती है.
  • पहली सिंचाई 20 दिन बाद करनी है और फिर दूसरी सिंचाई तीसरी बार फूल आने से पहले करनी है.

बेबी कॉर्न की खेती के लिए उन्नत किस्में/Vvarieties for Baby Corn Cultivation

यदि किसान बेबी कॉर्न की खेती से अधिक लाभ कमाना चाहते हैं तो इसके लिए उन्हें इसकी उन्नत किस्मों का भी चयन करना चाहिए। जैसे- बीएल-42, प्रकाश, एचएम-4 और आज़ाद कमल प्रजातियाँ किसानों को अपने खेतों में लगानी चाहिए।

Also Read – Varieties of Fenugreek: मेथी की ये उन्नत किस्में देती हैं 6 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार, जानिए खूबियां

बेबी कॉर्न की तुड़ाई कब करें

किसान को बेबी कॉर्न की फसल की कटाई तब करनी चाहिए जब इसकी कलियाँ तीन से चार सेमी रेशमी हो जाएँ। ध्यान रखें कि कटाई के समय डंठल के ऊपर की पत्तियां नहीं हटानी चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से ये लंबे समय तक चलता है.

Leave a Comment